Saturday, 19 March 2016
Friday, 18 March 2016
Wednesday, 16 March 2016
NEW HOLI SMS 2016
HOLI SMS LATEST
1
Geet Gao Khoshiya manao
Bolo mithi boli
hamari tarafse Aapako
HAPPY HOLI.. HAPPY HOLI.. HAPPY HOLI..
Bolo mithi boli
hamari tarafse Aapako
HAPPY HOLI.. HAPPY HOLI.. HAPPY HOLI..
2
3
Niklo galiyo mein bana k toli,
Bhiga do aaj har ladki ki jholi,
Muskura de to usey bahon mein bhar lo..
Varna nikal lo keh k HAPPY HOLI..!!
Happy Holi
Bhiga do aaj har ladki ki jholi,
Muskura de to usey bahon mein bhar lo..
Varna nikal lo keh k HAPPY HOLI..!!
Happy Holi
4
Pyar hai to College Mast
Sugar hai to Coffee Mast
Love hai to Life Mast
Dream hai to Night Mast
Aur Water hai to Holi Mast.
Happy Holi
Sugar hai to Coffee Mast
Love hai to Life Mast
Dream hai to Night Mast
Aur Water hai to Holi Mast.
Happy Holi
5
Save Water At Holi…
Aye Khuda Aaj To Rehem Kar De,
Mere Dost Aaj Nhi Reh Payenge,
Lagwa De Kisi Ladki Ke Haatho Inhe Rang,
Ye Kamine Pure Saal Nhi Nahayenge.
Happy Holi
Aye Khuda Aaj To Rehem Kar De,
Mere Dost Aaj Nhi Reh Payenge,
Lagwa De Kisi Ladki Ke Haatho Inhe Rang,
Ye Kamine Pure Saal Nhi Nahayenge.
Happy Holi
(Source - the Internet from different mediums)
होली के टोटके - हिन्दी
होली के टोटके
तंत्र शास्त्रों के अनुसार होली की रात्रि का विशेष महत्व होता है। इस दिन किए गए टोने-टोटके, पूजा पाठ या साधना अचूक होते हैं तथा उनका फल तुरंत मिलता है। इस दिन किसी दूसरे के द्वारा किए गए काले जादू को भी तुरंत ही समाप्त किया जा सकता है। आप भी इस दिन नीचे दिए टोटकों की सहायता से अपना भाग्य बदल सकते हैं-
1. अगर नौकरी नहीं मिल रही या कार्यस्थल पर परेशान चल रहे हैं तो 8 निम्बू लेकर उसे 21 बार खुद के ऊपर से उतारे और जाकर होलिका में चढ़ा दे। इसके बाद 8 परिक्रमा करके मन ही मन नौकरी के लिए प्रार्थना करे।
2. यदि व्यापार सही नहीं चल रहा है तो होलिका की विधिवत पूजा कर नारियल, पान तथा सुपारी भेंट करें। तत्पश्चात होलिका की 108 परिक्रमा कर मन ही मन अपनी मनोकामना बोले तथा चुपचाप बिना किसी से बात करे घर आ जाएं। अगले दिन सुबह वापस जाकर होलिका की थोड़ी सी राख ले आएं तथा उसे लाल कपड़े में स्फटिक के श्रीयंत्र तथा चांदी के सिक्के के साथ बांध कर अपनी तिजोरी में रख दें।
3. यदि किसी नजदीकी पर वशीकरण प्रयोग किया गया है तो यह उपाय करें। होलिका की विधिवत पूजा कर गुलाब के फूल अर्पित करें। फिर इसमें से एक गुलाब का फूल तथा थोड़ी सी राख लें ले। एक पान में गुलाब की 7 पंखुड़ी डाल कर 1 चुटकी राख डालें तथा पीड़ित व्यक्ति को खिला दें, तुरंत वशीकरण टूट जाएगा।
4. होली की रात को भगवान शिव का अभिषेक करते हुए ऊँ नमः शिवाय मंत्र से जाप करें तथा मन ही मन अपनी मनोकामना की पूर्ति हेतु प्रार्थना करें। आपकी मनोकामना तुरंत पूरी होगी।
ध्यान रखें-
कभी भी कोई भी प्रयोग किसी को नुक्सान पहुंचाने के लिए नहीं होना चाहिए।
( स्रोत - इंटरनेट के विभिन्न माध्यमों से प्राप्त)
होली का त्योहार - हिन्दी निबंध
होली का त्योहार
होली के साथ अनेक कथाएं जुड़ीं हैं। फाल्गुन मास की पुर्णिमा को यह त्योहार मनाया जाता है। होली मनाने के एक रात पहले होली को जलाया जाता है। इसके पीछे एक लोकप्रिय पौराणिक कथा है। भक्त प्रह्लाद के पिता हरिण्यकश्यप स्वयं को भगवान मानते थे। वह भगवान विष्णु के विरोधी थे जबकि प्रह्लाद विष्णु भक्त थे। उन्होंने प्रह्लाद को भगवान विष्णु भक्ति करने से रोका जब वह नहीं माने तो उन्होंने प्रह्लाद को मारने का प्रयास किया।
प्रह्लाद के पिता ने आखर अपनी बहन होलिका से मदद मांगी। होलिका को आग में न जलने का वरदान प्राप्त था। होलिका अपने भाई की सहायता करने के लिए तैयार हो गई। होलिका प्रह्लाद को लेकर चिता में जा बैठी परन्तु भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे और होलिका जल कर भस्म हो गई।
यह कथा इस बात का संकेत करती है की बुराई पर अच्छाई की जीत अवश्य होती है। आज भी पूर्णिमा को होली जलाते हैं, और अगले दिन सब लोग एक दूसरे पर गुलाल, अबीर और तरह-तरह केरंग डालते हैं। यह त्योहार रंगों का त्योहार है। इस दिन लोग प्रात:काल उठकर रंगों को लेकर अपने नाते-रिश्तेदारों व मित्रों के घर जाते हैं और उनके साथ जमकर होली खेलते हैं। बच्चों के लिए तो यह त्योहार विशेष महत्व रखता है। वह एक दिन पहले से ही बाजार से अपने लिए तरह-तरह की पिचकारियां व गुब्बारे लाते हैं। बच्चे गुब्बारों व पिचकारी से अपने मित्रों के साथ होली का आनंद उठते हैं।
सभी लोग बैर-भाव भूलकर एक-दूसरे से परस्पर गले मिलते हैं। घरों में औरतें एक दिन पहले से ही मिठाई, गुझिया आदि बनाती हैं व अपने पास-पड़ोस में आपस में बांटती हैं। कई लोग होली की टोली बनाकर निकलते हैं उन्हें हुरियारे कहते हैं। ब्रज की होली, मथुरा की होली, वृंदावन की होली, बरसाने की होली, काशी की होली पूरे भारत में मशहूर है। आजकल अच्छी क्वॉलिटी के रंगों का प्रयोग नहीं होता और त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले रंग खेले जाते हैं। यह सरासर गलत है। इस मनभावन त्योहार पर रासायनिक लेप व नशे आदि से दूर रहना चाहिए। बच्चों को भी सावधानी रखनी चाहिए। बच्चों को बड़ों की निगरानी में ही होली खेलना चाहिए। दूर से गुब्बारे फेंकने से आंखों में घाव भी हो सकता है। रंगों को भी आंखों और अन्य अंदरूनी अंगों में जाने से रोकना चाहिए। यह मस्ती भरा पर्व मिलजुल कर मनाना चाहिए।
(स्रोत - इंटरनेट के विभिन्न माध्यमों से प्राप्त)